ग़ज़ल कहें या तेवरी क्या फर्क पड़ता है ?
+ आर.पी.शर्मा ‘महर्षि’
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हिन्दी में मात्राएँ गिराना वर्जित है, उर्दू में नहीं। अपनी-अपनी मान्यताएँ हैं। ग़ज़ल
कहें या तेवरी या फिर कुछ और--- इससे क्या फर्क पड़ता है?
+ आर.पी.शर्मा ‘महर्षि’
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